0 0 lang="en-GB"> प्रधानमंत्री Narendra Modi ने आदि कैलाश यात्रा के माध्यम से भक्ति का संदेश दिया।
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प्रधानमंत्री Narendra Modi ने आदि कैलाश यात्रा के माध्यम से भक्ति का संदेश दिया।

प्रधानमंत्री Narendra Modi

प्रधानमंत्री Narendra Modi

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प्रधानमंत्री Modi: आदि कैलाश के दर्शन से मन प्रसन्न हुआ और जीवन धन्य हो गया।

Narendra Modi आदि कैलास की यात्रा करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री बने।

प्रधानमंत्री की यात्रा से आदि कैलाश क्षेत्र में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

देहरादून, 12 अक्टूबर (हि.स.) प्रधानमंत्री Narendra Modi ने गुरुवार को अपने पिथौरागढ़ दौरे के दौरान आदि कैलाश यात्रा के जरिये पूरी दुनिया को भक्ति और शक्ति का संदेश दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आदि कैलाश के दर्शन कर उनका मन प्रसन्न हो गया और जीवन धन्य हो गया. आदि कैलाश पहुंचने पर मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया.

Narendra Modi आदि कैलास की यात्रा करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर स्थानीय लोगों में काफी उत्साह था. प्रधानमंत्री की यात्रा से अब केदारनाथ की तरह आदि कैलाश क्षेत्र में भी आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

प्रधानमंत्री Modi सुबह 12 अक्टूबर को भारत की आध्यात्मिक भूमि आदि कैलाश पहुंचे। यहां शिव मंदिर में पूजा-अर्चना करते हुए प्रधानमंत्री ने आदि कैलाश के भव्य दर्शन किये और देश की सुख, समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना की. शिवधाम आदि कैलाश पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे.

Aadi Kailash Image From : uttarakhandtriptrek.com

अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार सुबह 8.45 बजे हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ जिले के ज्योलिंगकांग हेलीपैड पर उतरे। यहां से दाहिनी ओर लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद वे हिमालय की चोटी पर स्थित पार्वती सरोवर और शिव मंदिर पहुंचे। उन्होंने करीब 25 मिनट तक भगवान शिव की पूजा-अर्चना और ध्यान किया। आदि कैलाश मंदिर में मरू समुदाय के लामा पुजारियों ने पौराणिक काल से चली आ रही शिव-पार्वती की प्रसिद्ध माटी पूजा पूरे विधि-विधान से की।

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने आदि कैलाश पर्वत और पार्वती झील का भी दौरा किया. आदि कैलास और पार्वती झील को देखकर प्रधानमंत्री अभिभूत हो गये। उन्होंने कहा कि आदि कैलाश के दर्शन कर उनका मन प्रसन्न हो गया और जीवन धन्य हो गया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है। यहां कण-कण में देवी-देवताओं का वास है। भगवान आदि कैलाश के दर्शन कर उन्हें अत्यंत आनंद की अनुभूति हुई। उन्होंने कहा कि देवभूमि के मंदिर न केवल आस्था बल्कि अर्थव्यवस्था का भी केंद्र हैं। इन मंदिरों से हजारों लोगों की अर्थव्यवस्था प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ी हुई है। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सभी मंदिरों को एक सर्किट के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री को आदि कैलाश और उसके आसपास के क्षेत्र के बारे में जानकारी दी.

प्रधानमंत्री के दौरे से चीनी सीमा पर तैनात सेना के जवानों और सीमा से लगे कुटी, नाबी, रोंगकांग, गुंजी, नेपालचू, गर्व्यांग और बूंदी गांवों के ग्रामीणों में काफी उत्साह था. आदि कैलाश के दर्शन के बाद पीएम मोदी ज्योलिंगकांग हेलीपैड से गुंजी के लिए रवाना हुए.

प्रधानमंत्री मोदी आदि कैलास की यात्रा करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री भी बन गये हैं. तीन देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से जुड़ी इस धरती से प्रधानमंत्री ने पूरी दुनिया को भारत की आध्यात्मिकता और वैश्विक पटल पर उभरती ताकत का संदेश भी दिया. प्रधानमंत्री के दौरे से आदि कैलाश क्षेत्र में आध्यात्मिक पर्यटन की संभावनाएं बढ़ी हैं।

14 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर आदि कैलास

आदि कैलाश पिथौरागढ जिले में चीन और नेपाल की सीमा से सटा हुआ 14 हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित है। यह भारत की आध्यात्मिक भूमि है। आदि कैलास को भगवान शिव के परिवार का निवास स्थान माना जाता है। आदि कैलाश मार्ग पर मुख्य आकर्षण ओम पर्वत है। इस पर्वत पर ॐ की आकृति उत्कीर्ण है। ओम पर्वत कैलाश यात्रा मार्ग पर नवीढांगा में स्थित है। ओम पर्वत को आदि कैलाश का छोटा कैलाश भी कहा जाता है।

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